1. महत् और प्रभावशाली है उससे पृथक रहना सम्भव कैसे हो सकता है?... 2. संभावित प्रभावों में शामिल हैं एक सर्किट की अप्रत्याशित ऊर्जाशीलता जिसे पृथक रहना प्रकल्पित था. 3. संभावित प्रभावों में शामिल हैं एक सर्किट की अप्रत्याशित ऊर्जाशीलता जिसे पृथक रहना प्रकल्पित था. 4. न्यायालय इस बात का भी निर्णय करता है कि पत्नी का पति से पृथक रहना न्यायसंगत है या नहीं। 5. न् यायालय इस बात का भी निर्णय करता है कि पत् नी का पति से पृथक रहना न् यायसंगत है या नहीं। 6. 2. पांच ऋतुवन्ती न्यारो-पांच दिन के मासिक धर्म में आ जाने पर युवती को गृहकार्य से पृथक रहना चाहिये। 7. शांति के साधनों का उल्लेख करते हुए गौतम बुध्द (मज्झिम निकाय 2/2/8) कहते हैं, काम भोगों से, अमंगल कर्मों से पृथक रहना चाहिये। 8. यदि कोई स्त्री ब्रह्मचर्य धारण करना चाहे और अपने शरीर से पृथक रहना चाहे तो वह यह पुरूष की उपेक्षा अधिक आसानी से कर सकती है। 9. यदि कोई स् त्री ब्रह्मचर्य धारण करना चाहे और अपने शरीर से पृथक रहना चाहे तो वह यह पुरूष की उपेक्षा अधिक आसानी से कर सकती है।